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Friday, August 21, 2009

मुश्किल है

उस नमी को भूल पाना मुश्किल है ,
उस हँसी को भूल पाना मुश्किल है,
बारिशों में भीगी तेरी धडकनों को
भूल पाना मुश्किल है।

खामोशी में कही वोह हर बात याद है,
उस कमरे से खिसकती वोह रात भी याद है,
नशे में अभी तक हूँ शायद,
इसलिए पिछली सर्दियों की
हर मुलाकात मुझे याद है।

मेरे छूने का कुछ तोह एहसास हुआ होगा तुझको,
क्या इस दीवाने की कभी याद न आई तुझको,
स्वप्न में ही सही
पर वोह दीवानगी भुला पाना मुश्किल है।

उस नमी को भूल पाना मुश्किल है,
तेरी भीगी धड़कनें भुला पाना मुश्किल है..

3 comments:

Anonymous said...

film song lyrics...?

Piyush Aggarwal said...

no...this is my own personal poetry :)

Anonymous said...

really? badi achi hai? experiences? :D