Pages

Monday, August 27, 2012

यादों का पिटारा और कटिंग चाय

 
 
यादों के पिटारे से
अभी अभी ताज़ी खबर आई है,
किसी पुराने दोस्त ने
उसी नुक्कड़ पर से
फिर आवाज़ लगाई है.
ध्यान से सुना
तो साथ में
शाम की चाय की चुस्की,
मुह में टूटते करारे समोसे,
बगल की गली से पुकारता
बिटटू चोकीदार,
सब्जी वाले से
मोल भाव करती
पड़ोस की औरतें,
घरघराता होर्न मारता
लाल पिला ऑटो,
नज़दीक की दुकान
से विडियो गेम की
आती आवाजें,
चक्की में पिस्ता गेंहूं,
किसी राहगीर के
ट्रांसिस्टर में भारत पाक
मैच की कमेंट्री,
हर हफ्ते आने वाले,
शनि महाराज की घंटी.
नुक्कड़ किनारे
खड़ी बिल्ली की मियाऊँ.
और इसी बीच पिटारे से 
फिर से आई वो आवाज़ 
 
भैय्या जी, बैठिये 
चाय पियेंगे?
 
 
 

1 comment:

हमारीवाणी said...

आपके ब्लॉग पर लगा हमारीवाणी क्लिक कोड ठीक नहीं है, इसके कारण हमारीवाणी लोगो पर क्लिक करने से आपकी पोस्ट हमारीवाणी पर प्रकाशित नहीं हो पाएगी. कृपया लोगिन करके सही कोड प्राप्त करें और इस कोड की जगह लगा लें. (यहाँ यह ध्यान रखा जाना आवश्यक है कि हमारीवाणी पर हर एक ब्लॉग के लिए अलग क्लिक कोड होता है.)

क्लिक कोड पर अधिक जानकारी के लिए निम्नलिखित लिंक पर क्लिक करें.
http://www.hamarivani.com/news_details.php?news=41

टीम हमारीवाणी